बिगड़ते लाइफस्टाइल जैसे खराब और दूषित खानपान

बिगड़ते लाइफस्टाइल जैसे खराब और दूषित खानपान, तनाव और भागदौड़ भरे जीवन के चलते लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को सामना पड़ रहा है। इन समस्याओं में पेट दर्द की समस्या भी बहुत आम हो गई है। जिन लोगों को पेट दर्द होता है वही इसके दर्द को पहचानते हैं। वैसे तो पेट दर्द के लिए कई तरह की अंग्रेजी दवाएं मार्किट में मिलती है। लेकिन जितना हो सके हमें पेट दर्द के लिए घरेलू नुस्खे या औषधियों को ही इस्तेमाल करना चाहिए। कई औषधियां ऐसी हैं जिनका प्रयोग करके आप पेट की बीमारी को आसानी से दूर कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो औषधियां-

तुलसी
तुलसी एक ऐसा पौधा है जिसे धरती पर अमृत कहा जाता है। तुलसी के सेवन से कई बीमारियों को सफाया होता है। पेट दर्द के लिए भी तुलसी बहुत असरकारी है। मात्र 1 चम्मच तुलसी का रस पीने से पेट का दर्द और पेट में मरोड़ की समस्या ठीक होती है। तुलसी के पत्‍तों का काढ़ा बनाकर पीने से दस्‍त और कब्ज जैसी परेशानी से छुटकारा मिलता है। तुलसी के 4 पत्‍तों का नियमित सेवन करने से पेट की बीमारियां दूर होती हैं।

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त्रिफला
अनियमित खानपान और बढ़ते फास्ट फूड के चलन के चलते लोगों में कान्स्टपेशन का रोग बढ़ता जा रहा है। त्रिफला आयुर्वेद का अनमोल उपहार है। यह इस समस्या में बहुत फायदा करता है। त्रिफला तीन जड़ी-बूटियों का मिश्रण है। जिसमें अमलकी यानि कि एमबलिका ऑफीसीनालिस, हरीतकी यानि कि टरमिनालिया छेबुला और विभीतकी यानि कि टरमिनालिया बेलीरिका शामिल होता है। त्रिफला का 100 ग्राम चूर्ण और 60 ग्राम चीनी मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से पेट की सभी बीमारियां दूर होती हैं।

बथुआ
बथुआ भी पेट की समस्याओं से निजात दिलाता है। यह आमाशय को ताकत देता है और कब्ज की शिकायत को दूर करता है। बथुए की सब्जी कब्ज और अन्य पेट की समस्या वालों के लिए बहुत अच्छी रहती है। इससे कब्‍ज दूर होती है और शरीर में ताकत आती है और स्फूर्ति बनी रहती है। बथुए का रस, उबाला हुआ पानी पीएं, इससे पेट के हर प्रकार के रोग यकृत, तिल्ली, अजीर्ण, गैस, कृमि, दर्द आदि ठीक हो जाते हैं। 

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