नासा खगोलविदों ने 17 अरब सूर्यों जितने बड़े ब्लैक होल की खोज की
नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने 17 अरब सूर्यों के बराबर आकार एवं वजन वाले ब्लैक होल की खोज की.
इसकी खोज आकाशगंगा के बिलकुल मध्य में मौजूद क्षेत्र में की गयी जिससे पता चलता है कि इसी प्रकार के अन्य विशालकाय ब्लैक होल किसी भी अनुमान से अधिक विशाल हो सकते हैं.
इस खोज के संबंध में 6 अप्रैल 2016 को नेचर नामक पत्रिका में लेख प्रकाशित किया गया.
प्रमुख खोजकर्ता हैं – यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया के खगोलविद एवं मैसिव सर्वे के प्रमुख पेई मा तथा मैक्स प्लानक-इंस्टिट्यूट फॉर एक्स्ट्राटेरेटेरिअल फिजिक्स के जेन्स थॉमस.  खोज के प्रमुख बिंदु
• ब्लैक होल को अंडाकार आकाशगंगा के केंद्र एनजीसी 1600 एवं कॉस्मिक बैकवाटर में खोजा गया. यह 20 या उससे अधिक आकाशगंगाओं का समूह है.
• यह पृथ्वी से 200 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर स्थित है.
• इस ब्लैक होल द्वारा सितारों को पीछे धकेल दिया गया जो 40 बिलियन सूर्यों के बराबर है जो पूरी आकाशगंगा को प्रभावित कर सकने में सक्षम है.
खोज कैसे की गयी ?
आसपास के तारों की गति देखकर इस ब्लैक होल की मौजूदगी का पता लगाया गया. इस गति से ब्लैक होल के द्रव्यमान का अनुमान लगाया गया.
गति को जैमिनी मल्टी-ऑब्जेक्ट स्पेक्ट्रोग्राफ (जीएमओएस) द्वारा मापा गया. यह हवाई में स्थित है. जीएमओएस आकाशगंगा से प्रकाश को अलग कर 300ओ प्रकाश वर्ष की दूरी में मौजूद तारे को रेखांकित करता है.
शोध में पाया गया कि यह तारे केंद्र से सीधी रेखा में चल रहे थे तथा अनुमानतः दो ब्लैक होल के कारण छिटक रहे थे.
इस अवलोकन की इन्फ्रारेड कैमरा एवं हब्बल स्पेस के मल्टी-ऑब्जेक्ट स्पेक्टोमीटर द्वारा तस्वीरें ली गयीं. तस्वीरों में देखा गया कि इस विशालकाय आकृति के केंद्र के नजदीक बहुत कम तारे थे जिससे इसकी विशालता का पता चला.
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